कार्यपालिका सरकार का वह अंग है जो विधायिका द्वारा स्वीकृत नीतियों और कानूनों को लागू करने के लिए जिम्मेदार है। कार्यपालिका प्रायः नीति निर्माण में भी भाग लेती है।
कार्यपालिका का औपचारिक नाम अलग-अलग राज्यों में भिन्न-भिन्न होता है। कुछ देशों में राष्ट्रपति होता है तो कहीं चांसलर। कार्यपालिका में केवल राष्ट्रपति प्रधानमंत्री या मंत्री ही नहीं होते, बल्कि इसके अंदर पूरा प्रशासनिक ढांचा (सिविल सेवा के सदस्य) भी आते हैं।
सरकार के प्रधान और उनके मंत्रियों को राजनीतिक कार्यपालिका कहते हैं और वे सरकार की सभी नीतियों के लिए उत्तरदाई होते हैं, लेकिन जो लोग रोज-रोज के प्रशासन के लिए उत्तरदाई होते हैं उन्हें स्थाई कार्यपालिका कहा जाता है।