राजनीतिक सिद्धांत एक परिकल्पना और तथ्य ज्ञान है, जो राजनीति क्या है, से संबंधित है। यह राजनीतिक समस्याओं का अन्वेषण है डेविड हैल्ड कहते हैं कि राजनीतिक जीवन - विषयक संकल्पनाओं व सामान्यीकरणों का एक तंत्र है। जिसमें सरकार राज्य व समाज की प्रकृति, उद्देश्य व मुख्य अभिलक्षण विषयक तथा मनुष्यों की राजनीतिक क्षमताएं विषयक विचार, कल्पनाएं एवं उक्तियां सम्मिलित होती हैं। यद्द्पि राजनीतिक सिद्धांत के विद्वानों द्वारा को सर्वसम्मत परिभाषा उपलब्ध नहीं है। उतने ही प्रकार के राजनीतिक सिद्धांत हैं जितने राजनीतिक सिद्धांत के विषय में लिखने वाले विद्वान हैं। राजनीतिक सिद्धांत राजनीति विज्ञान की एक शाखा है यह उन विचारों का समूह है, जिनके आधार पर राजनीतिक तथ्यों एवं राजनीतिक संस्थाओं के स्वरूप की व्याख्या किया जाना संभव है। किसी भी राजनीतिक घटना के व्यवहारिक निरीक्षण करने तथा उससे निष्कर्ष निकालने के लिए राजनीतिक सिद्धांत की आवश्यकता होती है। व्यवहारिक पक्ष के साथ राजनीतिक सिद्धांत का आदर्शात्मक पक्ष भी है।
मेयो के अनुसार राजनीतिक सिद्धांत के तीन पक्ष है -
1. तथ्यात्मक - वर्णनात्मक
2. अनुभाविक अध्ययन से प्राप्त आंकड़ों पर आधारित सामान्य निष्कर्ष
3. नैतिक अव्यय
इस प्रकार राजनीतिक सिद्धांत आनुभाविक और आदर्शात्मक दोनों है।
वाबसी के अनुसार -
"राजनीतिक सिद्धांत राजनीति विज्ञान का एक अत्यंत अनियंत्रित उपक्षेत्र है"
मोरिस दुबर्जर के अनुसार -
"यह अवलोकन, प्रयोग और तुलना के परिणामोंको एकरस बनाता है तथा घटनाओं के समूह के अंतर्गत समझी व पहचानी जाने वलिसमग्रि को क्रमबद्ध व समन्वित ढंग से अभिव्यक्त करता है"
मेयो के अनुसार राजनीतिक सिद्धांत के तीन पक्ष है -
1. तथ्यात्मक - वर्णनात्मक
2. अनुभाविक अध्ययन से प्राप्त आंकड़ों पर आधारित सामान्य निष्कर्ष
3. नैतिक अव्यय
इस प्रकार राजनीतिक सिद्धांत आनुभाविक और आदर्शात्मक दोनों है।
वाबसी के अनुसार -
"राजनीतिक सिद्धांत राजनीति विज्ञान का एक अत्यंत अनियंत्रित उपक्षेत्र है"
मोरिस दुबर्जर के अनुसार -
"यह अवलोकन, प्रयोग और तुलना के परिणामोंको एकरस बनाता है तथा घटनाओं के समूह के अंतर्गत समझी व पहचानी जाने वलिसमग्रि को क्रमबद्ध व समन्वित ढंग से अभिव्यक्त करता है"