जत्थेबंदी सिख धर्म से जुड़ा शब्द है, सिख धर्म में स्वयंसेवकों के बने छोटे समूहों को जत्थेबंदी कहा जाता है, जत्थेबंदी शब्द विशेष रूप से सिख धर्म के प्रचारक समूहों के लिए अधिक प्रयोग किया जाता है, यह शब्द जत्था से बना है जिसका अर्थ होता है "समूह या टुकड़ी", तो जब सिखों द्वारा किसी विशेष उद्देश्य के लिए एक समूह या टुकड़ी का गठन किया जाता है तो उसे जत्थेबंदी कहा जाता है, प्रत्येक जत्थेबंदी अपने नियम सिखों के पवित्र ग्रंथ श्री गुरु ग्रंथ साहिब से प्राप्त करती है, हालांकि गुरु ग्रंथ साहिब में लिखे नियमों की व्याख्या अलग-अलग जत्थेबंदियों द्वारा अलग-अलग रूपों में भी की जाती है, जो बहुत बार दो जत्थेबंदियों के बीच टकराव का कारण बनती है, जत्थेबंदी के गठन का आधार एक गुरुद्वारा, एक क्षेत्र या एक संत कोई भी हो सकता है
* आमी तोमाके भालोबाशी बंगाली भाषा का शब्द है। * इसका हिंदी में अर्थ होता है "मैं तुमसे प्यार करता/ करती हूँ। * इस शब्द का प्रयोग हिंदी फिल्मों और गानों में बंगाली टच देने के लिए किया जाता है। * आमी तोमाके भालोबाशी में "तोमाके" का अर्थ होता है "तुमको" इसे "तोमे" के साथ भी बोला जा सकता है अर्थात "आमी तोमे भालोबाशी" का अर्थ भी "मैं तुमसे प्यार करता हूँ" ही होता है। * अपने से उम्र में बड़े व्यक्ति जैसे माता-पिता को बंगाली में यह शब्द कहते हुए "तोमाके" शब्द को "अपनके" बोला जाता है जैसे : आमी अपनके भालोबासी" * अंग्रेजी में इसका अर्थ आई लव यू होता है। * अगर बोलना हो कि "मैं तुमसे (बहुत) प्यार करता हूँ" तो कहा जाएगा "आमी तोमाके खूब भालोबाशी" * वहीं अगर बोलना हो " तुम जानती हो मैं तुमसे प्यार करता हूँ" तो कहा जाएगा "तुमी जानो; आमी तोमाके भालोबाशी"
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें