हिंदू धर्म के महान ग्रंथ रामायण को मुख्य रूप से 7 अध्यायों में बांटा गया है, जिन्हें कांड कहा जाता है। इन्ही में से एक है बाल कांड
बाल कांड का शाब्दिक अर्थ होता है 'बचपन की घटना', यह वाल्मीकि रामायण के सभी खंडों में से पहली पुस्तक है, भारत के मुख्य रूप से दो महान महाकाव्य हैं एक है रामायण दूसरा है महाभारत
बाल कांड में संस्कृत पद्य के छिहत्तर सर्ग हैं, रामायण की शुरुवात बाल कांड से होती है, इस कांड में अयोध्या नरेश दशरथ के घर राम एवं उनके भाइयों के जन्म से जुड़े किस्से तथा उनके बचपन की तमाम कहानियों को संग्रहित किया गया है। बाल कांड में भगवान राम के बाल्य काल के ऊपर छवि डाली गयी है
इस प्रकार रामायण के आरंभ का वह कांड या अध्याय जिसमें भगवान राम की बाल्य अवस्था से जुड़ी कथाओं पर प्रकाश डाला गया है को बाल कांड कहा जाता है
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