मंकीपॉक्स मानव चेचक के समान एक दुर्लभ वायरल संक्रमण है, जो मुख्य रूप से मध्य और पश्चिम अफ्रीका के उष्णकटिबंधीय वर्षावन क्षेत्रों में पाया जाता है कभी-कभी इसका प्रसार अन्य क्षेत्रों में भी हो जाता है
यह वायरस पहली बार 1958 में शोध के लिए रखे गए बंदरों में पाया गया था, तथा इसके संक्रमण का पहला मामला 1970 में रिपब्लिक ऑफ कोंगो में दर्ज किया गया था
इसमें मृत्यु दर 10 फीसदी से अधिक हो सकती है, यानी 100 व्यक्तियों को यदि मन्कीपॉक्स संक्रमण होता है तो उनमें से 10 से अधिक व्यक्तियों की मृत्यु होने की संभावना रहती है, बाकी रिकवर कर लेते हैं
इससे संक्रमित मरीज के शरीर पर बुखार के साथ दाने व गांठे उभरती हैं, जो ठीक से इलाज होने की स्थिति में अपने आप दबने लगती हैं
यह संक्रमण चूहों व गिलहरियों आदि द्वारा मनुष्य तक लाया जाता है, इसके अलावा संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने पर भी इस रोग की चपेट में आ सकते हैं
यह वायरस पहली बार 1958 में शोध के लिए रखे गए बंदरों में पाया गया था, तथा इसके संक्रमण का पहला मामला 1970 में रिपब्लिक ऑफ कोंगो में दर्ज किया गया था
इसमें मृत्यु दर 10 फीसदी से अधिक हो सकती है, यानी 100 व्यक्तियों को यदि मन्कीपॉक्स संक्रमण होता है तो उनमें से 10 से अधिक व्यक्तियों की मृत्यु होने की संभावना रहती है, बाकी रिकवर कर लेते हैं
इससे संक्रमित मरीज के शरीर पर बुखार के साथ दाने व गांठे उभरती हैं, जो ठीक से इलाज होने की स्थिति में अपने आप दबने लगती हैं
यह संक्रमण चूहों व गिलहरियों आदि द्वारा मनुष्य तक लाया जाता है, इसके अलावा संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने पर भी इस रोग की चपेट में आ सकते हैं
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